विद्या भारती’ अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के अन्तर्गत संचालित सरस्वती
विद्या मन्दिर इण्टर काॅलिज, शामली में भाऊराव देवरस व झांसी की रानी
लक्ष्मीबाई की जयन्ती बड़े हर्ष एवं उल्लास के साथ मनायी गयी। कार्यक्रम
की अध्यक्षता संस्था के उप प्रधानाचार्य मलूक चन्द ने की। कार्यक्रम का
संचालन ब्रिजेश सैनी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वन्दना व
भाऊराव देवरस तथा रानी लक्ष्मीबाई के चित्र के सम्मुख पुष्पार्चन से हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बिजेन्द्र शर्मा प्रसिद्ध कथा वाचक ने
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाऊराव देवरस व रानी लक्ष्मीबाई के जीवन
चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए मातृभूमि की वन्दना को एवं उस
दिशा में कार्य करने वाले महापुरूषों के जीवन चरित्र को अनुकरणीय बताया।
कार्यक्रम को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए आचार्य सोमदत्त
आर्य ने भाऊराव देवरस के बारे में बताते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ के शीर्ष कार्यकर्ता थे। उन्होंने ही उत्तर प्रदेश में संघ
कार्य को प्रत्येक जनपद में दृढ़ करने का कार्य किया।
संस्था के उप प्रधानाचार्य मलूक चन्द ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन चरित्र
पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रानी लक्ष्मीबाई ने अंगे्रजों के साथ लोहा
लेकर अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने अमूल्य बलिदान से प्रत्येक
भारतवासी को ऋणी बना दिया। उनका जीवन चरित्र हम सबके लिए प्रेरणादायी
बताते हुए सभी आगुन्तकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान टीकाराम (हिरनवाडा) नीटू कश्यप, मोहर सिंह, पवन
कुमार, प्रमोद कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार, अशोक कुमार, अंकुर कुमार, राकेश
कुमार, शेखर चैहान, योगेन्द्र सैनी, नितिन कुमार, महेन्द्र सिंह, अनिल
कुमार, प्रदीप कुमार, अंकित भार्गव आदि आचार्य उपस्थित रहे।