हिंदी भाषा हमारी शान और हमारा अभिमान है। हिंदी भाषा के प्रति सभी वर्ग के लोगों को जागरूक होना अति आवश्यक है। हिंदी भाषा हमारे देश का गौरव है और हमें इस पर गर्व करना चाहिए। मातृभाषा से प्रेम करना राष्ट्र प्रेम ही कहलाता है। हिंदी के बिना हम अपने विकास की कल्पना भी नही कर सकते। उक्त विचार विद्यालय के वरिष्ठतम हिंदी प्रवक्ता उमेशचंद सारस्वत ने विद्यालय में हिंदी दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किये।
इस अवसर पर हिंदी प्रवक्ता विवेक शर्मा ने कहा कि हिंदी हमारी पहचान है। इसलिए देश मे मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा मिलना चाहिए। हिंदी भाषी लोग धैर्य, संतोष और प्रेम से काम लेगें, तो हिंदी भाषा भारत के राष्ट्रीय जीवन का आदर्श बन सकती है। यद्यपि हमारे देश में अंग्रेजी भाषा का आधिपत्य देखने को मिल रहा है। लेकिन हिंदी के महत्व को नकारा नही जा सकता।
हिंदी प्रवक्ता नीलम शर्मा ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की पहचान उसकी भाषा और संस्कृति से होती है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिंदी को वह सम्मान नही मिला जो मिलना चाहिए था। हम सभी को अपनी मातृभाषा हिंदी से प्रेम करना चाहिए और उसके प्रचार प्रसार में सहयोग करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शिक्षक महेश कुमार ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी प्रवक्ता उमेशचंद सारस्वत ने की। इस अवसर पर समस्त छात्र एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ।