Andha Vridhashram - न किसी की आँख का नूर हूँ, न किसी के दिल का क़रार हूँ जो किसी के काम न आ सके, मैं वो एक मुश्त-ए-ग़ुबार हूँ न तो मैं किसी का हबीब हूँ, न तो मैं किसी का रक़ीब हूँ जो बिगड़ गया वो नसीब हूँ, जो उजड़ गया वो दयार हूँ न किसी की...
Jan 12, 2018
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Taksh Mishra (Owner)