जानसठ रोड स्थित लाला जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य सतीश उपाध्याय ने राधा-कृष्ण के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। उन्होंने उद्धव-प्रसंग के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण जी की महिमा का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गोपियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर करते हुए श्री कृष्ण जी के प्रति अपने असीम प्रेम भाव का प्रदर्शन किया था, उसी प्रकार हमें भी भगवान के प्रेम में डूब जाना चाहिए। आज प्रेम को स्वार्थ की चाशनी में घोल दिया गया है। प्रेम जीवन का आधार है, जो जीवन को सुगम बनाता है। हमें अपने आप को भगवान श्री कृष्ण के चरणों में समर्पित कर देना चाहिए। उन्होंने समस्त आचार्यों से भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए गए गीता के उपदेशों का अनुसरण करते हुए अपने कर्तव्य मार्ग पर सदैव डटे रहने का आवाहन किया। अंत में प्रधानाचार्य सतीश उपाध्याय ने समस्त विद्यालय परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं प्रदान की।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता संगीत आचार्या जूली नामदेव ने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी भगवान विष्णु जी के पूर्ण अवतार श्री कृष्ण जी के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाया जाने वाला त्यौहार है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म द्वापर युग के भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। भगवान श्री कृष्ण के जीवन की विभिन्न लीलाओं का सुंदर ढंग से वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अधर्मियों का विनाश कर धर्म की रक्षा की थी। इन्होंने बाल्यकाल से ही अनेक असुरों का संहार किया और अपने अधर्मी मामा कंस का वध करके धर्म की स्थापना की। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को कर्तव्य बोध कराते हुए गीता का उपदेश दिया। इस अवसर आचार्या जुली नामदेव ने एक बड़ा सुंदर भजन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा हिंदी आचार्य राजीव शर्मा ने भी भगवान श्री कृष्ण का भजन प्रस्तुत कर सभी को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
इस अवसर पर विद्यालय आचार्य महेश चौहान, कुंवरपाल सिंह, उमेश सारस्वत, धनप्रकाश वर्मा, सुखबीर वत्स, विवेक शर्मा, अर्जुन सिंह, देवेंद्र वर्मा, अमित शर्मा, विशाल शर्मा, पंकज त्यागी, मनोज गर्ग, पवन चंदेल, नीलम शर्मा, डॉ वंदना शर्मा, सरिता चौधरी, प्रभा गर्ग, उषा किरण आदि उपस्थित रहे।